Amethi News: उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटन क्षेत्र को सशक्त करने की दिशा में लगातार कदम उठा रही है. इसी कड़ी में अमेठी जिले में पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए 14 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है. यह राशि धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों के विकास पर खर्च की जाएगी.
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अमेठी सूफी परंपरा और आध्यात्मिक विरासत से जुड़ा जिला है, जहां कई प्रसिद्ध संतों और कवियों ने अपनी छाप छोड़ी है. इन स्थलों को पर्यटन के नक्शे पर लाने के लिए व्यापक स्तर पर काम किया जाएगा. सबसे खास योजना मलिक मोहम्मद जायसी की स्मृति में बनने वाला स्मारक है, जिस पर 10.86 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. जायसी को ‘पद्मावत’ जैसी कालजयी काव्य रचना के लिए जाना जाता है. यह स्मारक न केवल उनकी साहित्यिक धरोहर को संरक्षित करेगा, बल्कि पर्यटन का नया आकर्षण भी बनेगा.
अन्य प्रमुख स्थलों को योजना में किया गया शामिल
पर्यटन मंत्री ने बताया कि अमेठी के अन्य प्रमुख स्थलों को भी इस विकास योजना में शामिल किया गया है. संत कबीर साहेब के बैठका का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण कार्य 99.10 लाख रुपये की लागत से होगा. वहीं, बाबा दूलभ दास स्थल (ग्राम धर्म, विकास खंड तिलोई) के पर्यटन विकास के लिए 94.03 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं.
हिंगलाज भवानी मंदिर का किया जाएगा विकास
इसके अलावा, मुसाफिरखाना के दादरा गांव में हिंगलाज भवानी मंदिर और ग्राम ताला में पौराणिक मुकुट नाथ मंदिर का भी विकास किया जाएगा. इन दोनों स्थलों के लिए क्रमशः 62 लाख और 59.16 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है.
जयवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य उत्तर प्रदेश को एक वैश्विक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना है. घरेलू पर्यटन में पहले से ही प्रदेश अग्रणी है और अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण और विकास राज्य की संस्कृति को वैश्विक मंच पर पहुंचाने में मदद करेगा और साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार और राज्य को आर्थिक मजबूती भी प्रदान करेगा.
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